Gulzar Shayari in Hindi Dosti Yaadein Love
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई (Gulzar Shayari in Hindi)जैसे एहसान उतारता है कोई. Din Kuch Aise Guzarta Hai Koi ,Jaise Ahsaan Utarta Hai Koi
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हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करतेवक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते.Hath Choote Bhi To Rishtein Nhi Chhoda Karte, Waqt Ki Sakh Se Lamhe Nhi Toda Karte (Gulzar Shayari)--------------------
उसी का ईमाँ बदल गया है कभी जो मेरा ख़ुदा रहा था (Gulzar Love Shayari)वो एक दिन एक अजनबी को मेरी कहानी सुना रहा थावो उम्र कम कर रहा था मेरी मैं साल अपने बढ़ा रहा था---------------------
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में, (Gulzar Shayari in Hindi )बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल ना हो सका।------------------
मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता,हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।
(Gulzar Shayari Dosti)
मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।--------------------
कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत,मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना।
मैं दिया हूँ! मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं,हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं(Gulzar Shayari Yaadein)
Aansuon ki bunde hain ya aankho ki nami,Na to upar aasma hai aur na niche zameen,Kaisa hai yeh ajeeb sa mod zindagi ka,Usi ki hain zarurat aur usi ki hai kami..-------------------------
Asmaan Ko Neend Aaye To Sulaun Kahan,(Gulzar Shayari Yaadein)Dharti To Maut Aaye To Dafanau Kahan,Sagar Main Lehar Uthe To Chhupaun Kahan,Aap Jaise Dost Ki Yaad Aaye To Jaun Kahan..
(Gulzar Shayari Love)
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